भारत-चीन सीमा को लेकर कांग्रेस का बयान।
भारत-चीन सीमा को लेकर कांग्रेस का बयान।
भारत-चीन सीमा को लेकर कांग्रेस ने मोदी
सरकार को चेताने व सर्तक रहने की बात की। और इसी के साथ सरकार से कुछ सवाल भी की है,
जिसपर जनता को सोचने की जरूरत है।
मोदी के क्लीन चिट से चीन ने भारत को गंभीर नुक़सान पहुंचाया है-जयराम रमेश
3
साल पहले 19 जून 2020 को PM मोदी ने गलवान की घटना के बाद सर्वदलीय
बैठक में कहा था- न कोई हमारी सीमा में घुसा है, न ही कोई पोस्ट दूसरे के कब्जे में है।
ये बयान एक दिन पहले विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान के विपरीत था।
उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि गलवान की वारदात इस कारण से हुई थी कि चीनी सैनिकों
ने घुसपैठ कर भारत की सीमा में टेंट लगाने की कोशिश की।
5
सितंबर 2020 को रक्षा मंत्री ने मॉस्को में SCO मीटिंग के दौरान चीन के रक्षा मंत्री से ढाई
घंटे तक चर्चा की।
11
सितंबर 2020 को मॉस्को में रशिया-इंडिया-चाइना
ट्राइलेक्ट्रल में विदेश मंत्री ने चीन के विदेश मंत्री के साथ LAC की परिस्थिति पर बात की।
3 साल
में 18 बार बॉर्डर टॉक्स हुए हैं। जब कोई
घुसपैठ नहीं हुई तो 3 साल से लगातार हो रही चर्चा की सच्चाई
क्या है?