आख़िर पीएम द्वारा चीनी सैनिकों के चरित्र का प्रमाण पत्र देने का प्रयास क्यों!


आख़िर पीएम द्वारा चीनी सैनिकों के चरित्र का प्रमाण पत्र देने का प्रयास क्यों!

एक तरफ, पीएम मोदी ये कहते रहे है कि भारत के सीमा के अन्दर चीनी घुस-पैठ नहीं हुआ है और दूसरी तरफ, भारत में ये ख़बर हमेशा चलती रही है कि चीनी सैनिकों ने भारत सीमा के अन्दर प्रवेश किया है और गाँव तक बसा लिये है। दोनों बातें अपनी-अपनी जगह महत्व रखते होंगे, लेकिन सत्य एक हीं होंगे।


चीनी सैनिक भारत के उस क्षेत्रों में लागातार ऐसे काम कर रहें हैं, जहाँ से चीन का लेना-देना नहीं होना चाहिए, जिससे भारत और चीन के बीच राजनैतिक संबंधों का उल्लंघन होता है। भारतीय मीडिया के ख़बरों और विपक्ष द्वारा इस बात पर विराम नहीं लगाया जा सकता कि चीन भारत में घुस-पैठ का काम कर रहा है।


पीएम मोदी- चीनी सैनिक भारत के सीमा में नहीं घुसा है’ का ये बयान चीन के समर्थन में दिया गया है कि भारत में चीन घुस-पैठ किया है उसपर दिया गया है। यह पेचिदा और विवादित तथ्य है, इसे लोगों को समझने कि जरूरत है।  लेकिन एक बात स्पष्ट रूप से भारत के लोगों को जानना चाहिए कि दोनों में से कौन सही है और कौन गलत है।


चीन एक ऐसा देश है, जिसके बारे में ये धारणा बन चुका है कि ये अपने पङोसी देशों के साथ सीमा समझौता को मानते हुए, शांति स्थापित करते हुए और शांति से रहनेवाला देश नहीं है। चीन लगभग अपने सभी पङोसी देशों के साथ सीमा क्षेत्र का उल्लंघन करता रहता है। इसके सैनिक पङोसी देशों के सीमा में घुस-पैठ करते पकङे जाते रहते हैं।


ऐसे में, पीएम मोदी के द्वारा ये कहना कि चीनी सैनिक भारत के सीमा क्षेत्रों में नहीं घुसा है बयान, भारत के सुरक्षा के हिसाब से कम चीनी सैनिकों के चरित्र का प्रमाण पत्र लगता है। पीएम के इस बयान से साफ तैर से कहा जा सकता है कि चीनी सैनिक घुसपैठ का काम छोङकर शांति स्थापित करने के काम में लग गए हैं।

चीनी घुस-पैठ करके गुजरात से 14 सौ करोङ रुपये लूटे। गुजरात पीएम राज्य है। #news #gujarat

 

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