चुनावी वादा को जुमला बतानेवाले अमित शाह, चुनाव प्रचार-प्रसार करने शुरू की।


चुनावी वादा को जुमला बतानेवाले अमित शाह, चुनाव प्रचार-प्रसार करने शुरू की।


गृहमंत्री अमित शाह इन-दिनों विधान सभा चुनाव #election को लेकर काफी व्यस्त हो चुके हैं। भरत के जिन राज्यों में चुनाव है, वहाँ अपना प्रचार-प्रसार भी करना शुरू कर दिये हैं। देश के चार राज्यों में चुनाव होने हैं। कुछ दिनों पूर्व राजस्थान का दौरा कर हे थे और अभी थोङे दिन पहले छत्तीसगढ #chhatisgarh पहुँचे थे।


छत्तीसगढ में अमित शाह ने यहाँ की कांग्रेस सरकार के विरोध में ‘आरोप पत्र’ का अनावरण किया। इसके माध्यम से कांग्रेस की भूपेश बघेल #bhupeshbaghel की सरकार पर जोरदार प्रहार किये। इस आरोप पत्र के जऱिये छत्तीसगढ सरकार को लपेटे में लिया। इस सरकार पर अनेक आरोप लगाये।


आपको मालूम हो छत्तीसगढ में कांग्रेस की सरकार है और इस सरकार ने छत्तीसगढ में विकास के काम बहुत की है। इनके विकास का प्रमाण इससे मिलता है कि छत्तीसगढ में बेरोज़गारी दर बहुत कम है, भारत के सभी राज्यों से बेरोज़गारी दर कम है। लोगों को रोज़गार देने में छत्तीसगढ भारत का सबसे बेहतर राज्य के रूप में जाना जाता है।


विचार करनेवाली बात है कि अमितशाह की पार्टी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) #bhartiyjantaparty शासित बहुत से राज्य हैं। लेकिन, बीजेपी शासित राज्य लोगों को रोज़गार देने में इनके अधिकांश राज्यों की स्थिति बहुत ख़राब है। यहाँ की युवाओं रोज़गार के लिए इधर-से-उधर मारे-मारे फ़िर रहें हैं।


इतना हिं नहीं अमित शाह #amitshah की मोदी सरकार भारत से भी छत्तीसगढ का बेरोज़गारी दर अच्छा है। लोगों को रोज़गार देने के मामले में छत्तीसगढ की स्थिति अमित-मोदी के भारत से बेहतर है और कई गुणा बेहतर है।


अमित-मोदी की सरकार भारत के युवाओं को हर-साल दो करोङ रोज़गार देने का वादा करके चुनाव लङी। और भारत के युवाओँ मोदी-अमित शाह द्वारा चुनावी घोषणा हर-साल दो करोङ रोज़गार के नाम पर इन्हें वोट किया और चुनाव जीता दिया। इसके बाद जब चुनावी वादा पुरा करने का वक्त आया तो ये हीं अमित शाह इसे चुनावी जुमला #electionjumla बताकर मतदाताओं पर हँसने का काम किया।

 

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