भारत का कैसा डंका बज रहा है कि भारतीयों को लोहे के जंजीर में कैद करके भारत भेजा जा रहा है!
भारत का कैसा डंका बज रहा है कि भारतीयों को
लोहे के जंजीर में कैद करके भारत भेजा जा रहा है!
अमेरिका में
अवैध तरीके से रह रहे भारतीयों को अमेरिका की सरकार नें इन लोगों को हाथ में हथकङी
और पैरों में बेङियाँ डालकर भजने का काम कर रही है। इस दृश्य को पूरा विश्व ने
अपनी बङी-बङी आँखो से एकटक लगाकर देखा है। लोगों के बीच इसको लेकर कानाफूसी होने
शुरू हो गए।
भारत के लोगों
को इससे किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हैं कि अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीयों को भारत क्यों भेज रहा है? लेकिन इससे लोगों में चिन्ता
है कि अमेरिका भारतीयों को लोहे की जंजीरों में कैद
करके भारत क्यों भेज रहा है? लोग इसको लेकर भारत सरकार से सवाल कर रहे हैं।
भारत के लोगों
और भारत के विपक्ष नेताओँ का साफ-साफ कहना है कि ये गलत नहीं है कि अमेरिका अवैध
नागरिकों को अपने देश से निकाल-बाहर कर रहा है। लेकिन ये बात सोचने पर मजबूर करता
है कि आखिर अमेरिक भारतीयों को लोहे की जंजीरों में कैद करके भारत किस उद्देश्य से
भेजा रहा है?
इसको लेकर भारत
की सबसे बङी विपक्ष पार्टी कांग्रेस के गुजरात राज्य के विधायकों ने विरोध प्रकट
किया है। गुजरात के विधायकों ने हाथों में हथकङियाँ लगाकर विधान सभा को गए।
कांग्रेस विधायक हाथों में हथकङियाँ लगाकर पैदल चलते हुए सदन गए और विरोध प्रकट
किया।
इन विधायकों का
कहना है कि अमेरिका भारतीय लोगों को लोहे की जंजीर में बांधकर भारत भेज जा रहा है।
ये तो ठीक है, लेकिन भारत सरकार इसपर चुप्पी साधे क्यों है? भारत सरकार को इसपर
कुछ तो बोलना चाहिए। विधायकों का कहना है कि भारत सरकार का चुप्पी नीति हीं विरोध
का कारण है।
भारत की दूसरी सबसे बङी विपक्ष पार्टी समाजवादी पार्टी के उत्तर प्रदेश के विधायक ने भारत सरकार के इस नीति का विरोध किया है। सपा विधायक अपने शरीर को लोहे के जंजिर से कैद करके राज्य सदन को गए। विधायक ने प्रेस को बताया कि केन्द्र सरकार और इस सरकार के समर्थक नेताओँ कहते रहते हैं कि भारत का विदेश में डंका बज रहा है। ये कैसी डंका बज रही है कि भारतियों को लोहे की जंजिर में कैद करके भारत भेजा जा रहा है? ये शर्म की बात है!