देश के चुनाव में अधिकारियों के कार्य पर उठ रहे सवाल से विपक्ष हो चुके हैं तंग।
देश के चुनाव में अधिकारियों के कार्य पर उठ रहे सवाल से
विपक्ष हो चुके हैं तंग।।
देश में हो रहे चुनाव और उस चुनाव में अधिकारियों के कार्य और उस पर उठ रहे सवाल जिसका जवाब में देने में भागते अधिकारी से विपक्ष के नेताओँ में काफी दुःख देखने को मिल रहा है। चुनाव के समय प्रशासनिक व्यवहार से विपक्ष नेता तंग आ चुके हैं। चुनाव से जुङे विपक्ष नेताओँ के शिकायत ऐसे हीं पङे रहे जाते हैं कि ख़बरों की संख्या दिनों-दिन बढ़ते जा रहे हैं। पुलिस के चुनावी व्यवहार से तंग आकर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने इस मामला को लेकर बङा बयान दिया है।
देश में हो रहे चुनाव और उसमें
अधिकारियों के व्यवहार को देखते हुए सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि मैं तो पूरे पुलिस से कहना चाहता
हूँ कि तुम वर्दी छोङ दो और बीजेपी का टोपी पहनकर थाने में बैठा कीजिये।
अखिलश यादव बोले कि प्रदेश में
बीजेपी के लोग प्रदेश के सारे पुलिस को बीजेपी का पुलिस बना दिया है। ये लोग पहले
समाजवादियों के टोपी के बारे में भला-बूरा कहा करते थे। अब ये लोग बीजेपी का टोपी
पहनने लगे हैं। मैं तो कहता हूँ कि पुलिस वाले बीजेपी का टोपी पहनकर थाना में बैठा
करें।
आपको बता दूँ चुनाव के समय जिस
प्रकार के ख़बरे सामने आते हैं, उन ख़बरों से ऐसा कहा जा सकता है कि पुलिस चुनाव
में संविधान का धर्म नहीं निभा रही है। आज के चुनाव समय चुनावी ख़बर ये हैं कि एक
आदमी एक समय में और एक चुनाव में चार-चार वोट डाल दे रहे हैं और इस बात को बङे ही
गर्व और निर्भयता के साथ आकर मीडिया के सामने कूबूला भी करता है।
देखा जाय! तो चुनाव में हुए अनियमितता को लेकर नेता लोग अधिकारी के पास शिकायत भी करते है, लेकिन इन शिकायतों पर कुछ कार्रवाई नहीं होती है जैसे- घटनाएं विपक्ष को हतास कर रहे हैं। विपक्ष लोग पुलिस और पुलिस अधिकारियों से परेशान हो चुके हैं। इन मुद्दों पर चुनाव के समय पुलिस को संवेदनशील होने की जरूरत है और विपक्ष नेताओं के शिकायत को सुनने और उस पर उचित कार्रवाई करने चाहिए क्योंकि लोकतंत्र, संविधान और कानून की मजबूती विपक्ष हीं तो है।